दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त, यहाँ जाने पूरी जानकारी।
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शास्त्रों मे कहा जाता है यदि आप मुहूर्त पर पूजन करते हैं तो स्थिर लक्ष्मी कि प्राप्ति होती है।
लाभ,अमृत, शुभ आदि का जो डेढ़ से दो घंटे का योग आता है, अगर इस योग मे पूजन किया जाता है तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है, जैसे सोने पे सुहागा।
गौधुली मुहूर्त का मतलब कि जब गौ अपनी घर आती है और जो धूल उड़ता है उसे गौधुली कहा जाता है, स्थिर लग्न मे पूजन किया जाए तो लक्ष्मी माता स्थिर रूप मे विराजमान होती है।