रायगढ़,। निगम कमिश्नर ने सुनील कुमार चंद्रवंशी ने मेडिकल मोबाइल यूनिट (एम एम यू) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इलाज कराने आए मरीजों के इलाज, जांच और दवाइयां के स्टॉक की स्थिति की जानकारी ली और एम एम यू के माध्यम से शहर के जरूरतमंद मरीज को हर संभव इलाज सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
मेडिकल मोबाइल यूनिट एम एम यू से अब तक दो लाख 27000 मरीज को इलाज की सुविधा मिली है। इनमें से करीब 83000 लोगों को विभिन्न बीमारियों के निशुल्क ब्लड एवं यूरिन टेस्ट किया गया है। लोगों को बेहतर इलाज सुविधा मिले, इसके लिए निगम कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने मेडिकल मोबाइल यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उर्दना राशन दुकान स्थित एम एम यू का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने मरीजों की संख्या एवं उन्हें लिखे गए ब्लड, यूरीन टेस्ट की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने मरीज को निशुल्क दिए जाने वाले दवाइयां की जानकारी लेते हुए स्टॉक के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेडिकल मोबाइल यूनिट के माध्यम से गरीब एवं मिडिल क्लास लोगों को बेहतर इलाज, जांच के साथ निशुल्क दवाइयां उपलब्ध करना है। वर्तमान स्थिति में गरीब एवं मिडिल क्लास लोगों के लिए इलाज, जांच एवं दवाइयां पर अतिरिक्त खर्चा आर्थिक बोझ के रूप में सामने आता है। इसे हर किसी के लिए वहन कर पाना संभव नहीं होता है। इसलिए ही राज्य शासन द्वारा सभी को बेहतर निशुल्क इलाज, जांच और दवाइयां उपलब्ध कराने मेडिकल मोबाइल यूनिट योजना की शुरुआत की गई है। इससे सभी लोगों को हर संभव इलाज, जांच और दवाइयां मिले यह हम सभी को सुनिश्चित करना होगा। इस दौरान चंद्रवंशी ने मेडिकल मोबाइल यूनिट का बेहतर प्रचार प्रसार करने और जरूरतमंद सभी लोगों का इलाज मेडिकल मोबाइल यूनिट के माध्यम से हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश उपस्थित स्टाफ एवं एम एम यू के नोडल अधिकारी को दिए।
जनप्रतिनिधियों को दे पहले से जानकारी
कमिश्नर चंद्रवंशी ने कहा कि रोस्टर में सभी वार्ड और चिन्हाकित स्थान पर ही एम एम यू लगाया जाता है। पूर्व से स्थान और दिन निश्चित होता है, इसलिए इसकी पूरी जानकारी संबंधित वार्ड, मोहल्ले, स्थान के जनप्रतिनिधियों और लोगों को होनी चाहिए, जिससे वे एम एम यू में पहुंचकर इलाज सुविधा का लाभ ले सके। एम एम यू के कैंप लगने से पूर्व संबंधित वार्ड और मोहल्ले में बेहतर प्रचार प्रसार करने के निर्देश एम एम यू स्टाफ को दिए गए।
प्रशिक्षित डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ की सुविधा
कमिश्नर चंद्रवंशी ने कहा कि मेडिकल मोबाइल यूनिट में प्रशिक्षित डॉक्टर के साथ लैब अटेंडर, फार्मासिस्ट, टेक्नीशियन आदि मेडिकल स्टाफ रहते हैं। इनकी ड्यूटी लोगों के इलाज, जांच और उन्हें बीमारियों की सही दवाइयां निशुल्क मिल सके इसलिए ही लगाई गई है। एम एम यू से लोगों को सामान्य से लेकर गंभीर बीमारी का भी इलाज, जांच और संबंधित दवाइयां निशुल्क मिल रही है। इस दौरान कमिश्नर चंद्रवंशी ने शहरवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मेडिकल मोबाइल यूनिट योजना से जुड़ने और इलाज, जांच और निःशुल्क दवाइयां की सुविधा का लाभ उठाने की अपील की है।